An ancient custom known as Bhoomi Pooja is used to thank the Earth for letting us exploit her resources. It is the start of new building projects, such as the construction of a house, temple, or business.
Griha Pravesh (Housewarming Puja).
Marriage Ceremonies.
Vastu Shanti.
Satyanarayan Katha.
Shraddh or Pind Daan.
Car Pooja.
Pilgrimages to spiritual hubs like Varanasi, Tirupati, and Rishikesh, offering unique cultural experiences and connections to sacred traditions.
Yoga, guided meditations, and holistic retreats to rejuvenate the mind, body, and soul, enhancing spiritual and physical well-being.
सनातन धर्म सार्वभौमिक सत्य और सिद्धांतों पर आधारित है, जो न केवल समय के परे हैं, बल्कि हर जीव के लिए प्रासंगिक भी हैं। ये सिद्धांत मनुष्य को सत्य, अहिंसा, करुणा, और आत्मज्ञान के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं।
यह धर्म किसी एक पुस्तक, व्यक्ति, या ईश्वर तक सीमित नहीं है। इसमें कई देवी-देवताओं, धार्मिक ग्रंथों, और भक्ति, ज्ञान, और कर्म के अलग-अलग मार्गों को अपनाने की स्वतंत्रता है|
सनातन धर्म सभी जीवों, प्रकृति, और ब्रह्मांड को ईश्वर का स्वरूप मानता है। “वसुधैव कुटुंबकम्” की अवधारणा के अनुसार, पूरी दुनिया को एक परिवार के रूप में देखा जाता है।
आत्मा और परमात्मा के मिलन के लिए योग, ध्यान, और साधना जैसे आध्यात्मिक अभ्यास इस धर्म के प्रमुख अंग हैं। यह आत्मज्ञान और आंतरिक शांति की ओर ले जाते हैं।
सनातन धर्म वेदों, उपनिषदों, भगवद्गीता, महाभारत और रामायण जैसे ग्रंथों पर आधारित है। ये ग्रंथ न केवल धार्मिक, बल्कि वैज्ञानिक और दार्शनिक दृष्टिकोण से भी गहन ज्ञान प्रदान करते हैं।
सनातन धर्म सभी धर्मों का सम्मान करता है और यह सिखाता है कि सत्य तक पहुँचने के अनेक मार्ग हो सकते हैं।
यह सिद्धांत बताता है कि संपूर्ण विश्व एक परिवार है। इस विचारधारा में सभी को समानता और एकता का संदेश दिया गया है।
आत्मा की शुद्धि और ईश्वर के साथ जुड़ने के लिए ध्यान, योग, और भक्ति को प्राथमिकता दी जाती है।
यह सिखाता है कि मनुष्य अपने कर्मों के आधार पर अपना भाग्य बनाता है। अच्छे कर्म जीवन में सुख और शांति लाते हैं।
सनातन धर्म में पेड़-पौधों, नदियों, पर्वतों, और पशुओं को पवित्र माना गया है। प्रकृति के संरक्षण और संतुलन का संदेश दिया गया है।
ये चार पुरुषार्थ जीवन के चार लक्ष्य हैं, जो संतुलित और आदर्श जीवन जीने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।
वेद, उपनिषद, भगवद्गीता, और अन्य शास्त्रों में ज्ञान, विज्ञान, और सत्य की खोज का मार्गदर्शन दिया गया है।
यह विश्वास है कि आत्मा अमर है और पुनर्जन्म के चक्र से गुजरती है। अंतिम लक्ष्य मोक्ष प्राप्त करना है, जो जन्म और मृत्यु के चक्र से मुक्ति है।
सत्य और अहिंसा सनातन धर्म के मूलभूत सिद्धांत हैं। यह सिखाता है कि सत्य का पालन और अहिंसा का मार्ग अपनाना सर्वोत्तम है।
ईश्वर के विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है, लेकिन सभी रूपों को एक ही परमात्मा का अंश माना जाता है।
सनातन धर्म का मुख्य उद्देश्य है “मोक्ष” प्राप्त करना, जो जीवन-मरण के चक्र से मुक्ति और आत्मा का परमात्मा से मिलन है। यह धर्म मानव जीवन को धर्म (कर्तव्य), अर्थ (समृद्धि), काम (इच्छा), और मोक्ष (मुक्ति) के चार मुख्य स्तंभों पर आधारित मानता है।
सनातन धर्म का संदेश है कि हर व्यक्ति में दिव्यता का वास है। यह धर्म सहिष्णुता, सह-अस्तित्व, और मानवता के कल्याण पर बल देता है। इसकी शिक्षाएं आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं, जितनी प्राचीन काल में थीं।
(सभी सुखी हों, सभी निरोगी हों) का विचार इस धर्म के मूल में है, जो पूरी मानवता के लिए शांति और समृद्धि की कामना करता है।
At Devkatha, we are devoted followers of Lord Ram, the epitome of dharma, righteousness, and compassion in Hinduism. Lord Ram, the seventh incarnation of Lord Vishnu, embodies the ideal virtues of truth, loyalty, and duty, guiding us on how to live a life of integrity, humility, and service to others. His story, as told in the Ramayana, is not only a historical epic but also a timeless guide for leading a life in harmony with divine principles.
Our goal at Devkatha is to promote a closer spiritual bond with God and spread the ageless wisdom of Sanatan Dharma. Our goal is to make Hinduism’s sacred tales, teachings, and devotional rituals more widely known.
Our goal is to create a worldwide community of spiritual searchers who are bound together by their love for God and their quest for enlightenment and inner peace.
आरती एक हिन्दू धार्मिक विधि है, जिसमें देवी-देवताओं या किसी विशेष देवता की पूजा के दौरान दीपक, अगरबत्ती, फूल, और अन्य पूजा सामग्री का उपयोग कर भक्ति भाव से उनका गुणगान किया जाता है। यह एक प्रकार का प्रार्थना गीत होता है|
चालीसा एक प्रकार की भक्ति कविता होती है, जो किसी विशेष देवी-देवता की महिमा का गुणगान करती है। इसमें 40 (चालीस) श्लोक होते हैं, जो भक्ति और श्रद्धा से भरपूर होते हैं। चालीसा को गाने या सुनने से व्यक्ति की आत्मा को शांति मिलती है।
भजन एक धार्मिक गीत होता है, जिसे भगवान की भक्ति में गाया जाता है। यह शब्दों, संगीत और राग के माध्यम से भगवान के प्रति श्रद्धा और प्रेम व्यक्त करने का एक तरीका है। भजन आमतौर पर सरल होते हैं, ताकि लोग आसानी से
इन्हें गा सकें।
कवच एक प्रकार का रक्षा यंत्र होता है, जो शारीरिक, मानसिक या आध्यात्मिक सुरक्षा के लिए प्रयोग में लाया जाता है। हिन्दू धर्म में, कवच को विशेष रूप से देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त करने और संकटों से मुक्ति पाने के लिए पहना जाता है।
मंत्र एक विशेष ध्वनि, शब्द या वाक्य होता है, जिसे धार्मिक और आध्यात्मिक उद्देश्यों के लिए जाप या ध्यान के रूप में प्रयोग किया जाता है। मंत्रों का उद्देश्य मानसिक शांति, आत्मबल और सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति होता है। हिन्दू धर्म में मंत्रों का विशेष स्थान है।
कहानियां मानव जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा रही हैं। ये न केवल मनोरंजन का साधन होती हैं, बल्कि जीवन के महत्वपूर्ण शिक्षाओं और नैतिक मूल्यों को भी सिखाती हैं। कहानियां विभिन्न रूपों में होती हैं जैसे ऐतिहासिक और काल्पनिक कहानियाँ।
At Devkatha, we believe in the eternal truths contained in the ancient texts as well as the transformational power of devotion (bhakti). Our platform gives followers the tools they need to worship every day
At Devkatha, we believe in the eternal truths contained in the ancient texts as well as the transformational power of devotion (bhakti).